मिशन क्लीन एयर एमपी: पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए अब ग्रीन व्हीकल्स पर फोकस
भोपाल नगर निगम ने तय किया है कि भविष्य में डीजल वाहनों से होने वाले प्रदूषण को देखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए केवल सीएनजी और बैटरी से चलने वाली नई बसों का उपयोग किया जाएगा
इंदौर, भोपाल, एमपी। एमपी के दो अहम शहरों के बीच क्लीन एयर को लेकर रेस शुरू हो गई है। 15 अगस्त 2022 को क्लीनेस्ट सिटी ऑफ इंडिया इंदौर शहर ने एक नई दिशा दिखाई। एयर पॉल्यूशन को कम करने के लिए नगर निगम इंदौर ने 50 इलेक्ट्रिक व्हीकल शुरू किए और डीजल से चलने वाले 50 कचरा ढोने वाले व्हीकल्स को ई-व्हीकल्स से रिप्लेस कर दिया। इस रेस में अगला कदम देश की क्लीनेस्ट कैपिटल भोपाल ने उठाया है। यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर क्लीन एंड ग्रीन एनर्जी से चलने वाले वाहनों के जरिए प्रदूषण कम किया जाएगा। भोपाल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने वाली सरकारी कंपनी भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) और स्मार्ट सिंटी कंपनी ने अपने अपने स्तर पर नवाचार किए हैं। भोपाल में नगर निगम के अदीन काम करने वाली बीसीएलएल ने 40 सीएनजी बसें पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए विगत 9 सितंबर को उतारी हैं, जबकि स्मार्ट सिटी कंपनी ने भोपाल में ई-साइकिल की तर्ज पर ई-बाइक किराए पर देने की शुरूआत की है।.
यह है क्लीन एयर कैपिटल के लिए रोड-मैप
भोपाल नगर निगम ने तय किया है कि भविष्य में डीजल वाहनों से होने वाले प्रदूषण को देखते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए केवल सीएनजी और बैटरी से चलने वाली नई बसों का उपयोग किया जाएगा.. भोपाल की महापौर मालती राय के मुताबिक इस साल के अंत तक 40 सीएनजी बसों के जखीरे में 260 सीएनजी बसें और जोड़कर इनकी संख्या 300 तक पहुंचा दी जाएगी… इसके साथ ही भोपाल में केवल पब्लिक ट्रांसपोर्ट ही नहीं बल्कि जनता की सहूलियत के लिए संचालित नगर निगम के अधिकांश वाहनों को भी ग्रीन एनर्जी से चलाने का प्लान है…. इधर, भोपाल स्मार्ट सिटी कंपनी ने पेट्रोल से चलने वाले टू व्हीलर्स से होने वाले वायु प्रदूषण को खत्म करने के लिए ई-बाइक किराए पर देने की सुविधा शुरू करने जा रही है। प्रारंभिक तौर पर भोपाल के बोट क्लब पर प्रदेश का पहला ई- बाइक स्टैंड बनेगा, जबकि दूसरा स्टैंड आईएसबीटी पर बनाया जाएगा। भोपाल स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारी अंकित अस्थाना के मुताबिक भोपाल में दो तरह की ई-बाइक लाई जाएंगी, पहली खेप में 50 ई-बाइक आई हैं जो मोपेड की तरह हैं। अगली खेप में पैडल वाली ई-बाइक आएंगी, जिन्हे साइकिल और मोपेड दोनों तरह से चलाया जा सकेगा। इन दोनों तरह की ई-बाइक के फीडबैक के आधार पर भविष्य में ई-बाइक की तादाद बढ़ाई जाएगी। अब तक स्मार्ट सिटी कंपनी भोपाल में ई-साइकिल ही किराए पर देती थी।
स्वच्छ हवा के लिए ये उपाय भी होंगे कारगर
एमपी में आने वाले दिनों में सीएनजी और ई- व्हीकल्स को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार और भी उपाय अपनाने जा रही है। प्रदेश के पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग के मुताबिक सरकार आने वाले समय में ग्रीन व्हीकल्स को अपने स्तर पर टैक्स में छूट देने के साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ज्यादा से ज्यादा चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की तैयारी में हैं। इसके अलावा राज्य सरकार एक नई वाहन नीति लागू करने पर भी विचार कर रही है जिसके तहत नए सरकारी वाहनों में सीएनजी चलित या ई-व्हीकल्स को प्राथमिकता से खरीदा जाएगा।